फालुन दाफा का परिचय

फालुन दाफा क्या है?

फालुन दाफा (जिसे फालुन गोंग भी कहा जाता है) एक उच्च स्तर का साधना अभ्यास है जो ब्रह्मांड की प्रकृति — सत्य, करुणा और सहनशीलता पर आधारित है

साधना का अर्थ है स्वयं को निरंतर इन ब्रह्मांड के सिद्धांतों के अनुरूप बेहतर करना. “अभ्यास” का अर्थ है – फालुन दाफा के पाँच सरल व्यायामों का अभ्यास करना. साधना आवश्यक है; अभ्यास इस प्रक्रिया का पूरक है.

समय के साथ, दाफा के सिद्धांत ब्रह्मांड के सबसे गंभीर और गहरे सत्यों का अनावरण करेंगे. सिधान्तों के अनुसार चलने पर, फालुन दाफा अभ्यासी बहुत ऊँचे स्तरों तक पहुँच सकते हैं, जीवन के वास्तविक अर्थ का ज्ञानोदय कर सकते हैं, तथा अपने मूल आत्मस्वरूप कि ओर लौट सकते हैं.

वैसे तो व्यायामों का आंतरिक अर्थ गहरा है, लेकिन वे तनाव को कम करने और स्वास्थ्य एवं फिटनेस में बहुत सुधार ला सकते हैं.

करीब 30000 लोगों ने हेइलोंग्जिंग प्रांत के हार्बिन शहर के एक स्टेडियम में सामूहिक अभ्यास में भाग लिया. ऐसे सम्मेलन चीन में 1999 में दमन शुरू होने से पहले साधारण थे.

प्रारंभ

फालुन दाफा का एक प्राचीन इतिहास है. यह हर पीढ़ी में एक गुरु से एक शिष्य को ही सिखाया जाता था. शिष्य बाद में अपना शिष्य बनाता जिसे वह शिक्षाएं हस्तांतरित करता, इतिहास में इस प्रकार से इस प्रथा को हस्तांतरित किया जाता.

1992 में, श्री ली होंगज़ी (अभ्यासी सम्मान से उन्हें "मास्टर" या "गुरु" कहते हैं) ने पहली बार फालुन दाफा सार्वजनिक रूप से चीन के नगर, चांगचुन में सिखाया, और फिर देश भर में अपने व्याख्यान जारी रखे. जिन्होंने उसमें भाग लिया उन्हें व्यापक लाभ हुआ और कि वे अपने मित्रों और परिवार को भी बताने लगे.

परिणामस्वरूप, एक दुसरे को बताने के द्वारा अभ्यासियों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी, 1998 तक केवल चीन में ही कम से कम 7 करोड लोगों ने अभ्यास आरम्भ कर दिया.

आज, दाफा का अभ्यास 100 से भी अधिक देशों में 10 करोड से अधिक लोगों द्वारा किया जाता है, तथा इसे बहुत से सम्मान प्राप्त हुए हैं.

अभ्यासी दिल्ली में अभ्यास करते हुए.

अभ्यास के बारे में अधिक जानकारी

फालुन दाफा के अभ्यासी अपने शिनशिंग [मन अथवा ह्रदय की प्रकृति या नैतिक गुण] को बढ़ाने का प्रयास करते हैं और अपने मोहभाव हटाकर दयालु, अधिक ईमानदार और अधिक सहनशील बनते हैं. जो जितना अपने शिनशिंग को बढ़ाने में सक्षम होता है, उसे ज़ुआन फालुन की शिक्षाओं की (फालुन दाफा का मूल पुस्तक) उतनी ही गहरी समझ प्राप्त होगी.

फालुन दाफा के अभ्यासी साधारण समाज के जटिल माहौल में सामान्य रूप से रहते हुए साधना करते हैं. इस अभ्यास में सभी राष्ट्रीयता, जाति, सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि, लिंग, उम्र, व्यवसायों, और विभिन्न धर्मों के लोगों का स्वागत है, और वे अपने स्वतंत्र मन से, अपनी गति से और जब तक चाहें इसका अभ्यास कर सकते हैं.

फालुन

फालुन दाफा की प्रमुख विशेषता फालुन या सिद्धांत चक्र है. फालुन प्रतीक यिन-यैंग के विभिन्न रूपों (ताईची प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है) और स्वस्तिक (चीनी में वान के रूप में जाना जाता है) से बना है. यिन-यैंग प्रतीक पारंपरिक रूप से ताओ विचारधारा से हैं, जबकि स्वस्तिक सहस्राब्दियों से बुद्ध विचारधारा के साधना के तरीकों के साथ जुडा रहा है. फालुन, के बारे में और अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करें. स्वस्तिक की अतिरिक्त जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें.

अभ्यासी दिल्ली के एक पार्क में ध्यान में.